IND Vs AUS World Cup 2023: ये है असली कारण जिसकी बजह से टीम इंडिया का विश्व चैंपियन बनने का ख्वाब अधूरा रह गया इन्होने डुबोई लुटिया

Why India lose World Cup 2023 final: वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारत की हार के असली गुनहगार कौन हैं और किन खिलाड़ियों ने खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया की लुटिया डुबो दी

Why india lose world cup 2023 final

Narendra Modi Stadium Ahmedabad:  भारत का तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का ख्वाब एक फिर टूट गया. ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम इंडिया को रविवार को उसके घर में 6 विकेट से धूल चटाकर छठी बार वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय टीम को 240 रन पर समेट दिया और फिर ट्रेविस हेड (137) के शतक के दम पर 43 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. आइये, हम आपको बताते हैं कि वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारत की हार के असली गुनहगार कौन हैं और किन खिलाड़ियों ने खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया की लुटिया डुबो दी.

World Cup Final:वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया है. इस तरह भारतीय टीम का तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना टूट गया. ऑस्ट्रेलिया के सामने 241 रनों का लक्ष्य था. ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवर में 4 विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया. ऑस्ट्रेलिया की जीत के हीरो ओपनर ट्रेविस हेड रहे. दरअसल, एक वक्त ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाज 48 रनों तक पवेलियन लौट गए थे, लेकिन ट्रेविस हेड और मार्नस लबुशेन ने टीम इंडिया को कोई मौका नहीं दिया.

ट्रेविस हेड 120 गेंदों पर 137 रन बनाकर नाबाद लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 15 चौके और 4 छक्के जड़े. वहीं, मार्नस लबुशेन ने 110 गेंदों पर 58 रन बनाए. उन्होंने अपनी पारी में 4 चौके जड़े. ट्रेविस हेड और मार्नस लबुशेन के बीच 192 रनों की पार्टनरशिप हुई. बहरहाल, हम नजर डालेंगे टीम इंडिया की हार के 5 बड़े कारणों पर.

टॉस: वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा टॉस हार गए और इसके कारण भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा. नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पहले बैटिंग के लायक नहीं थी. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इसका भरपूर फायदा उठाया और नियमित अंतराल पर विकेट झटकते रहे. इस कारण भारतीय टीम 240 रन ही बना सकी. बाद में बल्लेबाजी करना आसान हो गया और कंगारुओं ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया.

खराब फील्डिंग और रन आउट के मौके गंवाए:

भारतीय बल्लेबाज महज 240 रन बना सके. ऐसे में भारतीय फील्डरों से कसी हुई फील्डिंग की उम्मीद थी. लेकिन टीम इंडिया के फील्डरों ने बड़े मौके पर निराश किया. भारतीय फील्डरों ने रन आउट के कई मौके गवाएं, मसलन रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा.

ओपनिंग में शुभमन गिल का फ्लॉप होना: गिल इस फाइनल मुकाबले में 7 गेंदों में 4 रन बनाकर आउट हो गए. इस मैदान पर उनका अच्छा रिकॉर्ड था और फैंस को उम्मीद थी वह यहां अच्छी पारी खेलेंगे, लेकिन गिल खराब शॉट खेलकर पवेलियन लौट गए. एक तरफ रोहित शर्मा तेजी से रन बना रहे थे, लेकिन गिल सही शुरुआत नहीं कर पाए और चौका मारने के चक्कर में विकेट खो बैठे.

भारतीय गेंदबाजों ने जमकर लुटाए एक्सट्रा रन:भारतीय गेंदबाजों ने जमकर एक्सट्रा रन लुटाए. खासकर, शुरूआती ओवर में मोहम्मद शमी अपनी लाइन और लेंग्थ से भटके नजर आए. इसके अलावा बाकी गेंदबाजों का भी यही हाल रहा. टीम इंडिया के गेंदबाज लगातार खराब लेंग्थ पर गेंदबाजी करते रहे, मसलन कंगारु बल्लेबाज आसानी से रन बनाते रहे. इसके अलावा बतौर विकेटकीपर केएल राहुल ने कई मिसफील्ड की. भारतीय गेंदबाजों ने 18 अतिरिक्त रन दिए. जिसमें 7 बाय और 11 वाईड शामिल हैं.

सूर्यकुमार यादव मौके को नहीं भुना पाए

सूर्यकुमार यादव को टीम मैनेजमेंट ने काफी बैक किया, लेकिन उन्होंने निराश किया. वह 28 गेंदें खेलने के बाद केवल एक चौका लगा पाए और 18 रन ही बना सके. वे पूरे वर्ल्ड कप में फ्लॉप रहे. उनके बल्ले से पूरे विश्व कप में एक भी अर्धशतक नहीं आया. फाइनल में उनसे तेज पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने भी टीम इंडिया की लुटिया डुबो दी.

मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर ने टीम को संकट में डाला

सेमीफाइनल शतक जड़ने वाले श्रेयस अय्यर से फाइनल में धमाकेदार पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने निराश किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भी वह नहीं चले थे. फाइनल मैच में भी वह केवल एक ही चौका जड़ पाए और शॉर्ट गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट हो गए.

भारतीय बल्लेबाज बड़ी साझेदारी करने में नाकाम रहे

नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के कारण भारतीय बैटिंग की तरफ से कोई बड़ी साझेदारी नहीं हो पाई. मध्यक्रम के लड़खड़ाने के बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा से टीम को बड़ी उम्मीदे थीं. हालांकि, वे ना तो बल्ले से और ना ही गेंद से कमाल दिखा पाए. नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने उतरे जडेजा 22 गेंदें खेलने के बाद केवल नौ रन ही बना पाए. गेंदबाजी में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. वह लगातार दूसरे मैच में कोई विकेट नहीं ले पाए.

ट्रेविस हेड ने हर उम्मीद पर पानी फेर दिया

भारत के 240 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाज 48 रनों तक पवेलियन लौट चुके थे, लेकिन ट्रेविस हेड ने भारतीय उम्मीदों पर पानी फेर दिया. ट्रेविस हेड 120 गेंदों पर 137 रन बनाकर मोहम्मद सिराज की गेंद पर पवेलियन लौटे, लेकिन तब तक ऑस्ट्रेलिया की जीत सुनिश्चित कर चुके थे. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट आउट होने के बाद भारतीय फैंस की उम्मीदें जगी थीं, लेकिन ट्रेविस हेड ने कोई मौका नहीं दिया.

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